भारत की राजधानी “नई दिल्ली“ यमुना नदी के किनारे पर बसी एक ऐतिहासिक नगरी है। यहाँ पे घूमने के लिए बहुत से ऐतिहासिक और नवीनतम मंदिर, महल, प्राचीन इमारते और भी बहुत से बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट्स हैं। दिल्ली में घूमने के लिए बड़ी संख्या में देश – विदेश से पर्यटक आते है। अगर आप भी दिल्ली जाना चाहते है, और Delhi me ghumne ki jagah के बारे में खोज रहे है, तो आप एकदम सही पोस्ट पे आये है। आज के इस पोस्ट में हम दिल्ली के 15 सबसे अच्छे और बेहतरीन जगहों के बारे में जानेंगे।
दिल्ली में घूमने की जगह – Delhi me ghumne ki jagah
Ghumne ki jagah in Delhi :- राजधानी दिल्ली में घूमने की जगह बहुत सी है, जैसे :- इंडिया गेट, लाल किला, क़ुतुब मीनार, इस्कॉन टेम्पल, नेशनल रेल संग्रहालय, हुमायु का मकबरा, जंतर मंतर और भी बहुत सारी बेहतरीन बेहतरीन जगहें हैं। इन्ही सभी जगहों के बारे में आज हम बिस्तार से जानेंगे।
इंडिया गेट, दिल्ली – India Gate, Delhi
इंडिया गेट नई दिल्ली के केंद्र में बसा एक 42 मीटर ऊंचा प्रवेश द्वार है, जो प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए 70,000 भारतीय सैनिकों के याद में बनाया गया है। इंडिया गेट पे 13,500 से अधिक सैनिकों के नाम अंकित हैं, जो सन्न 1919 ईस्वी में अफगान युद्ध में मारे गए थे। इंडिया गेट की नीव सन्न 1921 में रखी गई थी, और यह स्मारक 10 साल बाद पूर्ण रूप से बन के तैयार हुआ। अपने समृद्ध इतिहास और बेहतरीन कलाकृति की वजह से इंडिया गेट दिल्ली का सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है।
भारत आजाद होने के बाद इंडिया गेट के नीचे एक और स्मारक ( अमर जवान ज्योति ) को जोड़ा गया, ये अनन्त ज्योति दिन-रात जलती रहती है, यह अनन्त ज्योति सन्न 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शाहिद हुवे भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था। इंडिया गेट के आस-पास हरे भरे घास, भव्य फव्वारे और खूबसूरत गार्डन है, जहां शाम के समय में पर्यटकों की काफी भीड़ होती है।
खुलने का समय | पूरे दिन खुला रहता है। |
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निर्माण | सन्न 1921 से 1931 तक |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
इंडिया गेट लाइट शो | शाम 7 से रात 9:30 बजे तक ( प्रतिदिन ) |
प्रकार | युद्ध स्मारक |
लाल किला, दिल्ली – Red Fort, Delhi
लाल बलुआ पत्थर से निर्मित “लाल किला“ राजधानी दिल्ली के केंद्र में स्थित एक ऐतिहासिक स्मारक है, जिसे शाहजहाँ ने सन्न 1648 ईस्वी में बनवाया था। मुगल काल के दौरान बना यह ऐतिहासक स्मारक भारत के सबसे प्रतिष्ठित पर्यटक स्थलों में से एक है। लाल किला की सुंदरता, बेहतरीन वास्तुकला और भव्यता को देखने के लिए देश – विदेश से लोग आते हैं, और इसकी प्रशंसा करते हैं। यहाँ पर स्वतंत्रता और गणतंत्रता दिवस के अवसर पर हजारों की संख्या में लोग ध्वजारोहण का कार्यक्रम देखने के लिए एकत्रित होते हैं।
33 मीटर ऊँचा पत्थर की दीवारों वाला यह शानदार किला लगभग 200 एकड़ से भी अधिक जगह में फैला हुआ है। लाल किला के निर्माण के दौरान ही शाहजहाँ ने राजधानी आगरा को दिल्ली में स्थानांतरित कर लिया था। लाल किले का नाम लाल किला इस लिए पड़ा क्योंकी इस किले का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया था।
खुलने का समय | सुबह के 09:30 से शाम के 04:30 बजे तक |
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अवकाशः | सोमवार ( बंद ) |
प्रवेश शुल्क | ₹10 प्रति व्यक्ति |
प्रवेश शुल्क (विदेशियों के लिए) | ₹250 प्रति व्यक्ति |
निर्माण | सन्न 1638 से 1648 ईस्वी |
कुतुब मीनार, दिल्ली – Kutub Minar, Delhi
लाल और पीले रंग के पत्थर से निर्मित कुतुब मीनार भारत के सबसे ऊँचे मीनारों में से एक है, जिसकी लम्बाई 72.5 मीटर है। कुतुब मीनार सन्न 1199 ईस्वी में कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा बनवाया गया था। “जाम की मीनार” जो अफगानिस्तान में स्थित है, उसी मीनार को देखने के बाद कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली में कुतुब मीनार बनवाया था। कुतुब मीनार दिल्ली का एक फेमस पर्यटक स्थल है। यहाँ पर कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक क़ुतुब मीनार की उत्क्रिस्ट वास्तुकला और भव्यता को देखने के लिए आते हैं।
खुलने का समय | सुबह 08:00 से शाम 08:00 बजे तक |
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कुतुब मीनार की लम्बाई | 72.5 मीटर (238 फीट) |
प्रवेश शुल्क | ₹50 प्रति व्यक्ति |
प्रवेश शुल्क (विदेशियों के लिए) | ₹600 प्रति व्यक्ति |
निर्माण | सन्न 1199 ईस्वी |
लोटस टेम्पल, दिल्ली – Lotus Temple, Delhi
फूलों जैसी आकृति के लिए प्रसिद्ध “लोटस टेम्पल” भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है, जो अपनी बेहतरीन वास्तुकला और सुंदरता की वजह से देश-विदेश से लोगो को अपनी ओर आकर्षित करता है। लोटस टेम्पल का निर्माण सन्न 1986 ईस्वी में हुआ था। अगर आप घूमने के लिए दिल्ली रहे हैं, तो एक बार लोटस टेम्पल जरूर जाइएगा, लोटस टेम्पल Delhi me ghumne ki jagah में सबसे बेहतरीन पर्यटक स्थल है।
लोटस टेम्पल की संरचना 27 संगमरमर के पत्थर से बानी कमल की पंखुड़ियों की संरचना है, जो 3 के समूहों में 9 भुजाओं से निर्मित है। लोटस टेम्पल के हॉल में कुल 9 दरवाजे बने हैं, और इस मंदिर के आंगन में एक बार में तक़रीबन 2500 लोग बैठ सकते हैं। इस मंदिर ने अपनी सुंदर संरचना और अद्भुत वास्तुकला के कारण कई पुरस्कार भी जीती है।
खुलने का समय | सुबह 08:30 से शाम 05:30 बजे तक |
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अवकाशः | सोमवार ( बंद ) |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
प्रकार | उपासना स्थल |
निर्माण | सन्न 1976 से 1986 ईस्वी |
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जंतर मंतर, दिल्ली – Jantar Mantar, Delhi
जंतर मंतर एक अनूठी वेधशाला है, जो दिल्ली के केंद्र में कनॉट प्लेस के पास स्थित है, जिसका निर्माण सन्न 1724 ईस्वी में “महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय” द्वारा किया गया था। जंतर मंतर का निर्माण अंतरिक्ष का अध्ययन करने के लिए और ब्रम्हांड के घटनाओ की भविष्यवाणी करने के लिए किया गया था, और यह निर्माण भारत के प्राचीन समय के खगोल विज्ञान के स्तर को दर्शाता है।
खुलने का समय | सुबह 06:00 से शाम 06:00 बजे तक |
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प्रवेश शुल्क | ₹15 प्रति व्यक्ति |
प्रवेश शुल्क (विदेशियों के लिए) | ₹200 प्रति व्यक्ति |
प्रकार | अंतरिक्ष अध्धयन |
निर्माण | सन्न 1724 ईस्वी |
इस्कॉन टेम्पल, दिल्ली – ISKCON Temple, Delhi
दिल्ली के नेहरू पैलेस के पास स्थित “श्री राधा पार्थसारथी मंदिर” जिसे इस्कॉन टेम्पल के रूप में भी जाना जाता है। दिल्ली के इस इस्कॉन टेम्पल का निर्माण सन्न 1998 ईस्वी में हुआ था। भगवन श्री कृष्ण और राधा जी के इस भव्य मंदिर की सुंदरता इतनी प्रख्यात है की आप देखेंगे तो देखते ही रह जाएंगे। अगर आप दिल्ली आ रहे हैं, तो एक बार यहाँ पे जरूर जाइएगा, यह मंदिर श्री कृष्णा भक्तो के लिए दिल्ली का सबसे बेहतरीन कृष्णा राधा मंदिर है।
खुलने का समय ( सुबह ) | सुबह 04:30 से दोपहर 01:00 बजे तक |
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खुलने का समय ( शाम ) | शाम 04:00 से रात्रि 09:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
प्रकार | हिन्दू मंदिर |
निर्माण | सन्न 1998 ईस्वी |
छतरपुर मंदिर, दिल्ली – Chattarpur Temple, Delhi
राजधानी दिल्ली के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक “छतरपुर मंदिर“ है, जो मूल रूप से “माता दुर्गा जी” का मंदिर है। छतरपुर के इस मंदिर और भी देवी-देवताओ की पूजा की जाती है जैसे :- भगवान विष्णु, भगवान राम, देवी लक्ष्मी, गणेश जी, हनुमान जी और भगवान शिव। छतरपुर मंदिर इतना खूबसूरत और प्रसिद्ध है की यहाँ पे दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
छतरपुर मंदिर दिल्ली के भव्य मंदिरों मे से एक है, यहाँ पे दुर्गा पूजा और नवरात्रि के के समय श्रद्धालुओं की बहुत ज्यादा भीड़ उमड़ती है। मंदिर के पास एक भव्य पेड़ है, जहां लोग मन्नत मांगते है, और उस पेड़ में धागो और चूड़ियों को बांधते हैं, श्रद्धालुओं का ऐसा मानना है कि ऐसा करने से मनोकामना पूरी होती है।
खुलने का समय | सुबह 06:00 से रात 10:00 बजे तक |
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स्थान | छतरपुर, दिल्ली |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
प्रकार | हिन्दू मंदिर |
निर्माण | सन्न 1976 ईस्वी |
जामा मस्जिद, दिल्ली – Jama Masjid, Delhi
भारत की सबसे बड़ी मस्जिद “जामा मस्जिद” भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है, जिसका निर्माण शाहजहाँ ने लाल बलुआ पत्थर और सफेद रंग के संगमरमर से करवाया था। जामा मस्जिद का निर्माण कार्य सन्न 1650 ने शुरू हुआ था, जिसे पूरी तरह से बन के तैयार होने में 6 वर्ष का समय लगा। सन्न 1650 से 1656 तक इस मस्जिद का निर्माण कार्य चला, जिसमे कुल 10 लाख रूपये की लागत आइ थी। जामा मस्जिद लाल किले से केवल 500 मीटर की दुरी पे स्थित है।
खुलने का समय ( सुबह ) | सुबह 07:00 से दोपहर 12:00 बजे तक |
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खुलने का समय ( दोपहर ) | दोपहर 01:30 से शाम 06:30 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
निर्माण लागत | 10 लाख |
निर्माण | सन्न 1650-1656 ईस्वी |
हुमायु का मकबरा, दिल्ली – Humayun’s Tomb, Delhi
दिल्ली में यमुना नदी के तट पर स्थित “हुमायूँ का मकबरा” मुगल कलिन वास्तुकला का एक बेहतरीन उदहारण है। इस मकबरे का निर्माण हुमायूँ की मृत्यु के बाद उनकी पहली पत्नी “हाजी बेगम ( बेगा बेगम )” द्वारा सन्न 1570 ईस्वी में करवाया गया था। हुमायूँ के मकबरे की सुंदरता और भव्य वास्तुकला को नज़रअंदाज़ करना बहुत ही मुश्किल है, और आज के समय में यह मकबरा दिल्ली का एक प्रमुख आकर्षण बन चूका है, जो प्रत्येक वर्ष दुनिया भर से लाखो की संख्या में लोगो को आकर्षित करता है।
हुमायूँ का मकबरा सफेद संगमरमर और लाल बलुआ पत्थर से बना है। हुमायूं के मकबरे के अंदर की कलाकृति भी बहुत खूबसूरत और बेहतरीन है। अगर आप दिल्ली घूमने जा रहे है, तो यहाँ पे जाना मत भूलियेगा।
खुलने का समय | सूर्योदय से सूर्यास्त तक |
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वास्तुकार | मिराक मिर्ज़ा घियास |
प्रवेश शुल्क | ₹30 प्रति व्यक्ति |
प्रवेश शुल्क (विदेशियों के लिए) | ₹500 प्रति व्यक्ति |
निर्माण | सन्न 1569 – 1570 ईस्वी |
दिल्ली कैसे पहुंचे? ( How to Reach Delhi )
ट्रैन द्वारा :- दिल्ली शहर में कुल 4 मुख्य रेलवे स्टेशन हैं। 1. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन 2. पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन 3. आनंद विहार रेलवे टर्मिनल 4. हज़रत निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन। आप आपने सुविधानुसार इन चारो रेलवे स्टेशनो में किसी पे भी उतर सकते है, बाकि यहां के सभी स्थान बस और मेट्रो से जुड़े हुवे है, आपको लोकल ट्रांसपोटशन में कोई भी दिक़्क़त नहीं होगी।
सड़क द्वारा :- दिल्ली – आगरा, उदयपुर, जयपुर, शिमला, अमृतसर, देहरादून और मनाली जैसे प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी कनेक्टिविटी हैं। इतनी अच्छी कनेक्टिविटी होने के कारण कोई भी व्यक्ति दिल्ली सड़क मार्ग से भारत में कही से भी आ सकता है। दिल्ली शहर में राजमार्गों की भी अच्छी कनेक्टिविटी है, जो दिल्ली को देश के अन्य शहरो से अच्छी तरीके से जोड़ती है।
हवाई मार्ग द्वारा :- हवाई यात्रा द्वारा दिल्ली, भारत के किसी भी कोने से आना बहुत ही आसान है, क्योंकी दिल्ली का “ इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा” भारत के लगभग सभी शहरो से डायरेक्ट हवाई मार्ग से जुड़ा हुआ है, दिल्ली के लिये सभी शहरो से डायरेक्ट उडान उपलब्ध है, जो पर्यटकों के सफर को काफी आसान बनती है। बाकि आपको एयरपोर्ट के बाहर दिल्ली परिवहन निगम की बसे, टैक्सी और मेट्रो की भी सुविधा जायेंगीं, जो एयरपोर्ट को शहर के केंद्र से जोड़ती है और निमयत रूप से चलती है।
दिल्ली में रुकने की जगह ( Places to Stay in Delhi )
दिल्ली, भारत की राजधानी और बेहतरीन पर्यटक स्थल होने के कारण यहां पे होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओ की कोई कमी नहीं है। आप दिल्ली के किसी भी पर्यटक स्थल पे जायेंगे उसके आस पास आपको सैकड़ो गेस्ट हाउस और होटल्स देखने को मिल जायेंगे। आप दिल्ली पहुंचने के बाद भी वहां पे ऑफलाइन होटल ले सकते है, या फिर अगर आप दिल्ली में ऑनलाइन होटल बुक करना चाहते है, तो आप ऑनलाइन होटल बुकिंग वाली साइटों से बुक कर सकते है।
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FAQ’s ( Delhi me ghumne ki jagah )
लाल किला का असली नाम क्या है?
लाल किले का साली नाम किला-ए-मुबारक है, लेकिन लाल पत्थर से बने होने के कारण इसे लाल किला कहा जाने लगा।
दिल्ली की सबसे खूबसूरत जगह कौन सी है?
ये हैं दिल्ली कुछ सबसे खूबसूरत और बेहतरीन जगहें - 1. लोटस टर्मप्ले 2. लाल किला 3. इंडिया गेट 4. अक्षरधाम मंदिर 5. जंतर मंतर
इंडिया गेट कहां है, दिल्ली में या मुंबई में?
दिल्ली में इंडिया गेट है, और जो ईमारत मुंबई में स्थित है, वो गेटवे ऑफ़ इंडिया है।
लोटस टेम्पल (कमल मंदिर) क्यों इतना प्रसिद्ध है?
लोटस टेम्पल अपनी फूलों जैसी खूबसूरत और मनमुग्द कर देने वाली आकृति के लिए प्रसिद्ध है।
इंडिया गेट क्यों प्रसिद्ध है?
प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए 70,000 भारतीय सैनिकों के याद में इंडिया गेट बनाया गया है। इंडिया गेट पर 13,500 से अधिक सैनिकों के नाम अंकित हैं, इसीलिए इंडिया गेट प्रसिद्ध है।
निष्कर्ष – Conclusion
यमुना नदी के किनारे पर बसी भारत की राजधानी, दिल्ली एक ऐतिहासिक नगरी है यहाँ पे बहुत सारे टूरिस्ट प्लेसेस है, जैसे :- इंडिया गेट, क़ुतुब मीनार, लाल किला, इस्कॉन टेम्पल, हुमायु का मकबरा, नेशनल रेल संग्रहालय, जंतर मंतर – जो आपको इस लेख में बताया गया है। दिल्ली के सभी टूरिस्ट प्लेस के बारे में इस पोस्ट में अच्छे से लिखा गया है। अगर आप इस पोस्ट को अच्छे से पढ़े होंगे तो आपका मन जरूर दिल्ली आने का करेगा। पोस्ट को पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।