आज हम बात करने वाले है, विश्व को आध्यात्म से जोड़ने वाले एक आध्यात्मिक गुरु जी के बारे में, जिनका नाम “निर्मल सिंह जी महाराज” था। महाराज जी को लोग “छतरपुर वाले गुरु जी” और “गुरु जी बड़े” के नाम से भी जानते है। गुरु जी का मंदिर दिल्ली के छतरपुर में स्थित है, जिसे ‘बड़े मंदिर’ के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण गुरु जी और उनके अनुयायियों द्वारा करवाया गया था।
वर्त्तमान में ‘गुरु जी बड़े’ के इस मंदिर में हज़ारो की संख्या में श्रद्धालु आते है। अगर आप भी गुरु जी के मंदिर जाना चाहते है, या इनके बारे में सुचना एकत्रित कर रहे हैं, तो आप बिलकुल सही पोस्ट पर आए है, तो चलिए गहन अध्यन करते है Guruji Bade Mandir के बारे में।
गुरुजी बड़े मंदिर छतरपुर – Guruji Bade Mandir
गुरु जी बड़े का यह भव्य मंदिर दिल्ली के छत्तरपुर में स्थित है। इस मंदिर में एक बहुत ही बड़ा शिवलिंग है, जो की देखने में काफी मनमोहक लगता है। ऐसी मान्यता है की गुरु जी ने मंदिर के शिवलिंग में इतनी शक्ति समाहित कर दी है की जो भी भक्त यहां दर्शन करने आता है, उसका कल्याण निश्चित होता है। गुरु जी बड़े के प्रति श्रद्धालुओं की बहुत अपार श्रद्धा और भक्ति है, और “निर्मल सिंह जी महाराज” की समाधि भी इस मंदिर मे स्थित हैं।
महाराज जी अपने पूरे जीवन में लोगों को आध्यात्म के मार्ग पे चलने के लिए मार्गदर्शन किया और सबको दया, करुणा और प्रेम के मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया। गुरु जी ने लोगों में इस बात का भी संचार किया की सभी धर्म एक हैं, और सब मनुष्य ईश्वर के बच्चे हैं। लोगो का मानना है की इस कलयुग में भगवान शिव ही मनुष्य को भवसागर पार करा सकते हैं, इसीलिए स्वयं भगवान शिव को मानव रूप यानि की “निर्मल सिंहजी महाराज” के रूप में धरती पे आना पड़ा।
छतरपुर वाले गुरुजी का जन्म 7 जुलाई, सन्न 1954 ईस्वी को पंजाब के डूगरी गांव में हुआ था, इन्होने प्रारंभिक शिक्षा आपने गांव से ही प्राप्त की और राजनीति शास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। बचपन से ही इनका मन आध्यात्म में लगता था और ये आपने अधिकतर समय साधु और सन्तों के बीच बिताते थे। इन्होने साधु – सन्तों के साथ रहकर आध्यात्म का ज्ञान प्राप्त किया। सन्न 1970 ईस्वी में इन्होंने दिल्ली में आध्यात्मिक साधना की शुरुआत की।
गुरु जी ने दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर प्रवचन और आध्यात्मिक सत्संग करना प्रारम्भ किया, जिसकी वजह से हज़ारो-लाखों लोग गुरु जी से प्रभावित हुए। देवताओ के उपकार के लिए जिस प्रकार शंकर जी ने विष पीया था, बिलकुल उसी तरह गुरु जी भी आपने भक्तो के संकट को अपने ऊपर ले लेते है। निर्मल सिंह जी महाराज ने 31 मई, सन्न 2007 को दुनिया से विदाई ले ली। गुरु जी के जाने के बाद भी उनके भक्तों का उनके प्रति श्रद्धा और विश्वास पूर्णरूप से बना हुआ है।
निर्मल सिंह जी महाराज के जीवन की कुछ महत्वपूर्ण बातें :-
- जन्म :- 7 जुलाई, सन्न 1954 ईस्वी
- जन्म स्थान :- डूगरी गांव, संगरूर जिला, पंजाब
- शिक्षा :- राजनीति शास्त्र से स्नातक
- आध्यात्मिक शिक्षा :- साधुओं और संतों के बीच रहकर
- महासमाधि :- 31 मई, सन्न 2007 को
गुरुजी बड़े मंदिर खुलने का समय – Guruji Bade Mandir Timings
गुरु जी बड़े मंदिर गुरुवार से सोमवार तक खुला रहता है, और बाकी सप्ताह के दो दिन मंगलवार और बुधवार को बंद रहता है। नीचे समय के बारे में भी दर्शाया गया है।
सोमवार ( Monday ) | 08:00 AM – 08:00 PM |
मंगलवार ( Tuesday ) | Closed ( बंद ) |
बुधवार ( Wednesday ) | Closed ( बंद ) |
गुरुवार ( Thursday ) | 05:00 PM – 10:00 PM |
शुक्रवार ( Friday ) | 05:00 PM – 10:00 PM |
शनिवार ( Saturday ) | 05:00 PM – 10:00 PM |
रविवार ( Sunday ) | 05:00 PM – 10:00 PM |
गुरुजी बड़े मंदिर ट्रेवल टिप्स – Guruji Bade Mandir Travel Tips
- मंदिर में जाने से पहले आपने फ़ोन को बंद कर दें, या साइलेंट कर दें।
- मंदिर के समस्त नियमो का पालन करें, और मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार के अनावश्यक कार्य को न करें।
- मंदिर में किसी भी प्रकार का कोई भी प्रसाद नहीं चढ़ाया जाता है।
- मंदिर के अंदर मौन रहें, आपस में बात चित करने से बचे।
- मंदिर के लंगर में प्रदान किये गए प्रसाद को पूर्णरूप से समाप्त करें, भोजन का अनादर करने से बचें।
- मंदिर में रखे किसी भी वास्तु, तस्वीर और ‘अखंड ज्योत’ को स्पर्श न करें।
- मंदिर में दिए गए समय पर पहुंचने की कोशिस करें और देर से पहुंचने से बचें।
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गुरुजी बड़े मंदिर कैसे जाये? – How to reach Nirmal Baba Ji Mandir
गुरुजी बड़े मंदिर नई दिल्ली के छतरपुर के मेहरौली में स्थित है, और यहां जाने के बहुत तरीके है। मंदिर जाने के लिए आप परिवहन के विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर सकते हैं। गुरुजी बड़े मंदिर जाने के कुछ सामान्य तरीके को निचे बताया गया है।
मेट्रो द्वारा गुरुजी बड़े मंदिर कैसे जाये? – Guruji Bade Mandir By Metro
गुरुजी बड़े मंदिर जाने के लिए दिल्ली मेट्रो बेहद आसान तरीका है। गुरुजी बड़े मंदिर का नजदीकी मेट्रो स्टेशन “छत्तरपुर मेट्रो स्टेशन” है, जो मंदिर से लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पे स्थित है। छत्तरपुर मेट्रो स्टेशन से मंदिर तक जाने के लिए आप ऑटो, बस, रिक्शा, कैब आदि ले सकते हैं।
बस द्वारा गुरुजी बड़े मंदिर कैसे जाये? – Guruji Bade Mandir By Bus
अगर आप बस द्वारा मंदिर जाने की सोच रहे है, तो आप दिल्ली परिवहन निगम की बसों की सहायता से भी गुरुजी बड़े मंदिर आसानी से जा सकते हैं। गुरुजी बड़े मंदिर बस मार्ग से काफी अच्छी तरीके से जुड़ा हुआ है, मंदिर के रास्ते पे बसों का आना जाना लगा रहता है।
कार या टेक्सी द्वारा गुरुजी बड़े मंदिर कैसे जाये? – Nirmal Baba ji Mandir By Car
अगर आप टैक्सी या कार की सहायता से मंदिर जाना चाहते हैं, तो आप गुरुजी बड़े मंदिर पहुंचने के लिए गूगल मैप नेविगेशन ऐप का इस्तमाल कर सकते है। ये ऐप आपको कदम – कदम पे आपकजो गाइड करता रहेगा, जिसके सहायता से आप गुरुजी बड़े मंदिर बिना किसी परेशानी के दुनिया के किसी भी कोने से पहुंच जायेंगे।
गुरुजी बड़े मंदिर का पता :- पोस्ट ऑफिस सावन पब्लिक स्कूल, सीoआरoबीo मार्ग, भट्टी माइंस, मेहरौली, नई दिल्ली – 110074
Chattarpur Metro Station to Guruji Bade Mandir Distance
छत्तरपुर मेट्रो स्टेशन से गुरूजी बड़े मंदिर की दुरी लगभग 10 किलोमीटर की है। छत्तरपुर मेट्रो स्टेशन से मंदिर तक आप ऑटो, बस, रिक्शा, कैब आदि की सहायता से जा सकते है।
गुरुजी बड़े मंदिर में आरती का समय – Guruji Bade Mandir Aarti Timing
गुरुजी बड़े मंदिर मे सुबह की आरती 08:30 AM को प्रारम्भ होती हैं, और शाम की आरती 05:00 PM को होती हैं। बाकि नीचे चार्ट द्वारा समझाया गया है।
सोमवार की आरती का समय | सुबह 08:30 – शाम 05:30 |
मंगलवार की आरती का समय | Closed ( बंद ) |
बुधवार की आरती का समय | Closed ( बंद ) |
गुरुवार की आरती का समय | 05:30 PM |
शुक्रवार की आरती का समय | 05:30 PM |
शनिवार की आरती का समय | 05:30 PM |
रविवार की आरती का समय | 05:30 PM |
गुरुजी छतरपुर चमत्कार – Guruji Bade Chhatarpur Miracle
वैसे तो गुरु जी के चमत्कार बहुत है। एक चमत्कार ये है की उनका एक शिष्य जो बचपन से ही गुरु जी के मार्गदर्शन में था, और गुरु जी से बहुत प्रभावित था उनके सत्संग को काफी ध्यान लगा के सुना करता था। एक बार ऐसे ही वो गुरु जी का सत्संग सुन रहा था और अपने मन में ही गुरुजी से बोलता है की मैं तब ही आप को अपना गुरु मानूंगा, जब आप मेरा 5 लाख रूपया वापस दिला देंगे जो की पंजाब के एक व्यापारी के पास मेरा फसा हुआ है।
मन में ही ये सारी बातें गुरु जी से बोलने के बाद तुरंत ही, उसे इस बात का अहसास हुआ की उसने ये क्या कर दिया, फिर तुरंत ही वह व्यक्ति मन ही मन गुरु जी से माफ़ी मांगने लगा, और बोला मुझे इस पैसे की कोई जरुरत नहीं है, आप मुझे क्षमा करे। इन सभी बातो को बीतने के 1 सप्ताह बाद उस पंजाब के व्यपारी का कॉल आया, जिसने 5 लाख रुपये लिउए थे, व्यपारी ने बोला की वह रुपरये वापस दे देगा और उसके साथ में ब्याज भी।
तो इसे एक चत्मकार ही कहा जायेगा, ये तो एक ही चमत्कार था ऐसे ही हज़ारो चमत्कार गुरु जी बड़े मंदिर में हुए है। इन्ही सभी बातो से गुरु जी के प्रति उनके भक्तो का बहुत ही अनूठा विस्वास बना हुआ है, और यहां पे श्रद्धालु बहुत दूर-दूर से गुरु जी बड़े के दर्शन के लिए आते है।
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FAQ’s ( Guruji Bade Mandir )
गुरु जी ने समाधि कब ली थी?
निर्मल सिंह जी महाराज ने बड़े मंदिर मे 31 मई, सन्न 2007 में समाधि ली थी।
छतरपुर वाले गुरुजी का असली नाम क्या है?
गुरुजी का असली नाम निर्मल सिंह जी महाराज है। उन्हें लोग छतरपुर वाले गुरु जी और गुरु जी बड़े के नाम से भी जानते है।
क्या गुरु जी का विवाह हुआ था?
जी हाँ गुरु जी व्यवहिक थे और उनके बच्चे भी थे।
गुरुजी बड़े की हत्या किसने की थी?
गुरुजी की हत्या महंतेश शिरुर और मंजूनाथ मारेवाड़ा नमक दो व्यक्ति ने की थी।
गुरु जी की पत्नी का नाम क्या था?
गुरु जी की पत्नी का नाम माता सुलखनी देवी था।
निष्कर्ष – Conclusion
Guruji Bade Mandir अध्यात्म में विश्वास रखने वाले लोगो के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। यहां लोग आपने आत्मा की शांति और अध्यात्म की जानकारी प्राप्त करने के लिए आते है। यहां पे हमने गुरु जी बड़े मंदिर के बारे में बहुत सी जानकारी दी है, अगर आपको ये पोस्ट सही लग हो तो आप इस लेख को आपने अध्यात्म में रूचि रखने वेक दोस्तों में शेयर भी कर सकते है, धन्यवाद।