12+ Sarnath Me Ghumne Ki Jagah , खर्चा और सम्पूर्ण जानकारी

अगर आप जैन एवं बौद्ध धर्म में रूचि रखते हैं, तो आप सारनाथ में घूमने जा सकते हैं। सारनाथ उत्तर प्रदेश में स्थित वाराणसी शहर से 10 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है, जहां हर साल लाखो में पर्यटक घूमने आते हैं।

बौद्ध धर्म के तीर्थ स्थलों की वजह से सारनाथ काफी प्रसिद्ध है। वैसे तो Sarnath Me Ghumne Ki Jagah बहुत सारी है, लेकिन आज हम कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में जानेंगे।

Table of Contents

सारनाथ का इतिहास ( History Of Sarnath Varanasi )

सारनाथ का पुराना नाम ऋषिपतन ( हिरनों का जंगल ) था। परन्तु अब इसे सारनाथ के नाम से जाना जाता हैं। ‘सारनाथ’ नाम की उत्पत्ति ‘सारंगनाथ’ ( मृगों के नाथ ) अर्थात् भगवान गौतम बुद्ध जी से हुई हैं।

सारनाथ में हिरण पार्क है जहां ज्ञान प्राप्ति के बाद गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था इस उपदेश को लोग “धर्म चक्र प्रवर्तन” के नाम से जानते हैं। सारनाथ में बने सारे स्तूप, मंदिर और मठ बोद्ध एवं जैन धर्म से संबंध रखते हैं।

सारनाथ के लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( Sarnath Tourist Places in Hindi )

आज हम आपको सारनाथ के कुछ ऐसे पर्यटक स्थलों के बारे में बताने वाले हैं जिसे पढ़ के आपका मन जरूर कहेगा की एक बार सारनाथ जरूर जाना चाहिए और इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप जरूर सारनाथ आयेंगे और अच्छे से घूम के जायेंगे।

1. बुद्ध प्रतिमा, सारनाथ (Statue Of Buddha Sarnath)

बुद्ध प्रतिमा (Statue Of Buddha Sarnath)
बुद्ध प्रतिमा (Statue Of Buddha Sarnath)

सारनाथ के मुख्य आकर्षणों में से एक बुद्ध जी की एक विशाल प्रतिमा है जो की 80 फीट ऊंची है। यह भारत में भगवान बुद्ध जी की सबसे ऊंची खड़ी प्रतिमा है। इस मूर्ति के निर्माण का विचार 1970 में भारत और थाईलैंड के बौद्ध भिक्षु के द्वारा किया गया था।

इस मूर्ति को बनाने में लगभग 14 सालो का समय लगा था। इस बुद्धा जी की प्रतिमा का नीव सन्न 1997 में रखा गया था और यह 2011 में बन के पूरा हुआ था।गौतम बुद्ध जी की यह खड़ी प्रतिमा सारनाथ में थाई बुद्ध विहार के परिसर में स्थित है ।

बलुआ पत्थर से बनी 80 फीट ऊंची बुद्ध जी की प्रतिमा भारत और थाईलैंड के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है। यह पे शांति हमेसा बनी रहती है जिससे यह एक बहुत ही दिव्य अनुभव जैसा महसूस होता है। वहां प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है और सूर्योदय से सूर्यास्त तक का समय निर्धारित है।

~ प्रवेश शुल्क :- कोई प्रवेश शुल्क नहीं (Free)   ~ समय :- 9AM to 5PM    ~ यात्रा अवधि :- 20 मिनट

2. चौखंडी स्तूप, सारनाथ (Chaukhandi Stupa, Sarnath )

चौखंडी स्तूप (Chaukhandi Stupa Sarnath)
चौखंडी स्तूप (Chaukhandi Stupa Sarnath)

चौखंडी स्तूप सारनाथ में एक और बहुत प्रसिद्ध और ऐतिहासिक रूप से एक महत्वपूर्ण स्मारक है। सारनाथ में प्रवेश करते ही चौखंडी स्तूप पहला स्मारक है। जो स्तूप मूल रूप से सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया था। यह स्तूप सारनाथ में एक महत्वपूर्ण बौद्ध स्तूप है।

चौखंडी स्तूप को गुप्त काल के दौरान बनाया गया था। जो चौथे और छठी शताब्दी के बीच उस स्थान को चिह्नित करने के लिए बनाया गया था जहां गौतम बुद्ध और उनके पहले शिष्य जो बोधगया से सारनाथ की यात्रा करते थे। यह स्तूप एक विशाल मिट्टी का टीला है जो ईंट से बना हुआ एक अष्टकोणीय भवन है और यह बौद्ध भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है।

~ प्रवेश शुल्क :- 5/- rupee    ~ समय :- 9AM to 5PM      ~ यात्रा अवधि :- 30 मिनट 

3. धमेक स्तूप, सारनाथ  (Dhamekh Stupa, Sarnath )

धमेक स्तूप (Dhamekh Stupa Sarnath)
धमेक स्तूप (Dhamekh Stupa Sarnath)

धमेक स्तूप महान सम्राट अशोक के काल मे बनना सुरु हुआ था तथा गुप्त काल में इसका निर्माण पूरा हुआ था । यह सारनाथ की सबसे आकर्षक संरचनाओं में से एक है  यह एक बेलनाकार स्तूप है जो की  43.6 मीटर ऊँचा है। ऐसा कहा जाता है कि इस स्तूप की ऊंचाई को अलग अलग समय पर छह बार बढ़ाया गया है लेकिन फिर भी इसका ऊपर का हिस्सा अधूरा रह गया है।

धमेख स्तूप को बनवाने में ईंट और पत्थरों का बहुत ही बड़ी मात्रा में उपयोग  किया गया है। धमेक  स्तूप के निचले हिस्से में शानदार फूल एवं पत्तियों की नक्काशी की गई है जो की देखने में बहुत ही आकर्षक लगता है और Sarnath Me Ghumne Ki Jagah में से ये एक बहुत ही अच्छा जगह है ।

~ प्रवेश शुल्क :- 25/- rupee    ~ समय :- 10AM to 5PM    ~ यात्रा अवधि :- 20 मिनट

4. डियर पार्क सारनाथ  (Deer Park, Sarnath )

डियर पार्क  (Deer Park Sarnath)
डियर पार्क  (Deer Park Sarnath)

सारनाथ का यह डियर पार्क बहुत ही लोकप्रिय है और यह सारनाथ में घूमने की जगह में से एक सबसे मनोरंजक जगह है। यहाँ पर पर्यटन की दृष्टि से बहुत सारे जानवर और पक्षिया रखे गया है। एक ही स्थान पर इतने सारे पशु पक्षियों को देखना लोगो को बहुत अच्छा लगता है। अगर आप सारनाथ आ रहे है तो यहाँ पे एक बार जरूर जाइएगा।

यह डियर पार्क सारनाथ में एक ऐसा स्थान है जहां पे आपको शांति और सुकून का अनुभव होगा। यहाँ  पे आपको अनेक प्रकार के जानवर एक स्थान पर अलग अलग पिंजरों में देखने को मिल जायेंगे।

~ प्रवेश शुल्क :- 25/- rupee    ~ समय :- 10AM to 5PM    ~ यात्रा अवधि :- 2 घंटा

5. जापानी मंदिर, सारनाथ (Japanese Sarnath Temple Varanasi )

जापानी मंदिर (Japanese Temple Sarnath)
जापानी मंदिर (Japanese Temple Sarnath)

सारनाथ में उपस्थित इस जापानी मंदिर में विशेष रूप से जापानी सौंदर्य को प्रस्तुत किया गया है, इसमें एक दो मंजिला शिवालय है जिसकी छत पर ढलान है जो इसके खूबशूरती को और भी निखरता है। यह मंदिर इंडो-जापान बौद्ध सांस्कृतिक सोसायटी द्वारा चलाया जाता है।

मंदिर के अंदर घुसते ही आपको शांति  का आभास होगा। मंदिर का आंतरिक भाग अत्यंत सुंदर और मन मोह लेने वाला है। यहां लेटे हुए मुद्रा में गौतम बुद्ध की एक लकड़ी की मूर्ति है जिसके सिर पर एक उत्कृष्ट डिजाइन है जो देखने में काफी अच्छा लगता है

~ प्रवेश शुल्क :- कोई प्रवेश शुल्क नहीं (Free)   ~ समय :- 10AM to 5PM  ~ यात्रा अवधि :- 15 मिनट

6. बौद्ध मंदिर, सारनाथ ( Buddhist Temple Sarnath Varanasi )

बौद्ध मंदिर (Buddhist Temple Sarnath)
बौद्ध मंदिर (Buddhist Temple Sarnath)

ये बौद्ध मंदिर भी सारनाथ के मुख्य आकर्षणों में से एक है। इस बौद्ध मंदिर का निर्माण सारनाथ में महाबोधि सोसायटी द्वारा कराया गया था। इस मंदिर के अंदर महात्मा बुद्ध जी की एक विशाल प्रतिमा है और ये मंदिर बोद्ध एवं जैन धर्म से संबंध रखते हैं। यहां पे हर साल लाखो में पर्यटक पहुंचते है।

नोट :- आपको जितने भी सारनाथ में घूमने की जगह के बारे में बताया जा रहा है वो सभी के सभी जगह 1 किलोमीटर के अन्दर ही स्थित है। तो आपको परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है आप इस ट्रिप को आसानी से एन्जॉय कर सकते है।

~ प्रवेश शुल्क :- कोई प्रवेश शुल्क नहीं (Free)   ~ समय :- 10AM to 5PM  ~ यात्रा अवधि :- 10 मिनट

7. सारनाथ का पुरातत्व संग्रहालय, सारनाथ (Archaeological Museum Sarnath)

सारनाथ का पुरातत्व संग्रहालय (Archaeological Museum Sarnath)
सारनाथ का पुरातत्व संग्रहालय (Archaeological Museum Sarnath)

अगर आपको ऐतिहासिक चीजों का शौक है तो यह संग्रहालय आप को बहुत पसंद आएगा । इस संग्रहालय की स्थापना सारनाथ में सन्न 1910 में हुई थी । सारनाथ के पुरातत्व संग्रहालय का निर्माण सारनाथ में हुई खुदाई के दौरान मिले पुरावशेषों को संरक्षित और प्रदर्शित करने के लिए किया गया था।

इस संग्रहालय के बनाने का विचार उस समय के तत्कालीन महानिदेशक “सर जॉन मार्शल” द्वारा किया गया था। संग्रहालय की नक्काशी का कार्य “श्री जेम्स रैनसम” को दिया गया था, जो की भारत सरकार के तत्कालीन परामर्शदाता वास्तुकार थे।सारनाथ में बहुत सारी महत्वपूर्ण कलाकृतियाँ पाई गई हैं जो की तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से 12वीं शताब्दी ईस्वी तक उपयोग की गई सामग्रियों और तकनीकों को प्रदर्शित करती हैं।

संग्रहालय में सबसे उल्लेखनीय गुप्त काल की बुद्ध उपदेश और अशोक की सिंह राजधानी की छवि है। कुछ अन्य वस्तुएँ जैसे 12वीं शताब्दी तक के पक्षियों, जानवरों, नर और मादाओं के सिर की आकृतियाँ आदि है। 

~ प्रवेश शुल्क :- 25/- rupee   ~ समय :- 10AM to 5PM  ~ यात्रा अवधि :- 1.5 घंटा

8. अर्चेओलोगिकल बुद्धिस्ट रेमैंस (Archaeological Buddhist Remains of Sarnath)

अर्चेओलोगिकल बुद्धिस्ट रेमैंस (Archaeological Buddhist Remains of Sarnath)
अर्चेओलोगिकल बुद्धिस्ट रेमैंस (Archaeological Buddhist Remains of Sarnath)

यह विशाल खंडहर धमेक स्तूप के ही परिसर में स्थित हैं। अर्चेओलोगिकल बुद्धिस्ट रेमैंस सारनाथ में एक उत्खनन स्थल है। ये पुरातत्व संग्रहालय के ठीक बगल में स्थित है। यह भारत में लोकप्रिय पुरातात्विक स्थलों में से एक है, और सारनाथ के पर्यटक स्थलों में से एक महत्वपूर्ण स्थल है। वर्त्तमान में इन स्थलों का रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किया जाता है।

ट्रेवल टिप्स :- मात्र एक ही प्रवेश टिकट से आप इन तीनो सारनाथ में घूमने की जगहों पे :- “पुरातत्व खंडहर परिसर” , “धमेक स्तूप” और “पुरातत्व संग्रहालय” में घूम सकते है। एक बार टिकट लेने के पश्चात आप इन तीनो जगहों पे जा सकते है ।  

~ प्रवेश शुल्क :- 25/- rupee   ~ समय :- 9AM to 5PM  ~ यात्रा अवधि :- 1 घंटा

9. वट थाई सारनाथ मंदिर ( Wat Thai Sarnath Temple )

वट थाई सारनाथ मंदिर ( Wat Thai Sarnath Temple )
वट थाई सारनाथ मंदिर ( Wat Thai Sarnath Temple )

वट थाई मंदिर के नाम से प्रशिद्ध इस बौद्ध मंदिर का निर्माण 1933 में थाई व्यक्तियों के द्वारा किया गया था। इस मंदिर के ठीक सामने हंसते हुए बुद्ध ( लाफिंग बुद्धा ) की एक मूर्ति है जो की आपका मन मोह लेगी और ये मंदिर एक बहुत ही बड़े हरे भरे मैदान में स्थित है। इस मंदिर के पास पहुंचने से पहले खिले हुए कमल के फूलों के साथ फव्वारे चल रहा होते हैं।

इस थाई मंदिर के परिसर में बहुत सरे विभिन्न रंगों के और विभिन्न प्रकार के फूल उगे हुए हैं। थाई मंदिर में हमेसा शांति बनी रहती है जिससे यह पे बहुत ही अच्छा महसूस होता है। यहां प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है और सूर्योदय से सूर्यास्त तक का समय निर्धारित है और आप अगर Sarnath Me Ghumne Ki jagah के बारे में उत्शुक है तो आप यह भी जा सकते है

~ प्रवेश शुल्क :- कोई प्रवेश शुल्क नहीं (Free)   ~ समय :- 9AM to 5PM  ~ यात्रा अवधि :- 15 मिनट

10. मूलगंध कुटी विहार ( गौतम बुद्ध प्रथम उपदेश स्थल सारनाथ )

मूलगंध कुटी विहार ( गौतम बुद्ध प्रथम उपदेश स्थल सारनाथ )
मूलगंध कुटी विहार ( गौतम बुद्ध प्रथम उपदेश स्थल सारनाथ )

सारनाथ में यह मूलगंध कुटी विहार काफी लोकप्रिय है, क्युकी ज्ञान प्राप्ति के बाद पहली बार गौतम बुद्ध ने मूलगंध कुटी विहार के इसी स्थान पे अपना प्रथम उपदेश दिया था, और इसी स्थान से गौतम बुद्ध धर्मचक्र – प्रर्वतन प्रारम्भ किया था।

इसी के बाये ओर एक विशाल घंटा भी है जो की साम को बजाय जाता है और इसका आवाज आप 2 से 3 किलोमीटर दूर से ही सुन सकते है। जो की आपने आप में ही एक अजुना है ।

~ प्रवेश शुल्क :- कोई प्रवेश शुल्क नहीं (Free)   ~ समय :- 9AM to 5PM    ~ यात्रा अवधि :- 20 मिनट

11. तिब्बती मंदिर सारनाथ ( Tibetan Temple Sarnath )

तिब्बती मंदिर सारनाथ ( Tibetan Temple Sarnath )
तिब्बती मंदिर सारनाथ ( Tibetan Temple Sarnath )

यह तिब्बती मंदिर सारनाथ में लोकप्रिय बौद्ध मंदिरों में से एक है। जो भारत में बौद्ध तीर्थयात्रिओ के घूमने के लिए एक प्रमुख स्थानों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण 1955 में में हुआ था । मंदिर के प्रवेश द्वार को दो शेरों से खूबसूरती से सजाया गया है।

~ प्रवेश शुल्क :- कोई प्रवेश शुल्क नहीं (Free)   ~ समय :- 8AM to 6PM  ~ यात्रा अवधि :- 15 मिनट

12. Sarnath Me Ghumne Ki Jagah ( सारनाथ में घूमने की जगह )

इन सभी जगहों के आलावा भी  Sarnath Me Ghumne ki jagah बहुत सारी  है , जैसे :-

* गोल्डन मंदिर सारनाथ ( Golden Temple Sarnath )

* अशोक स्तंभ (Ashoka Pillar Sarnath)

* सारंगनाथ महादेव जी का मंदिर (Lord Shiva Temple Sarnath Varanasi )

* चाईनीज़ बुद्ध मंदिर (Chinese Buddhist Temple Sarnath)

* कोरियाई टेम्पल (नोक्यवों) (Korean Temple (Nokyawon) Sarnath)

* स्तूप ऑफ़ खींचें पालदेन शेरब रिन्पोछे (Stupa of Khenchen Palden Sherab Rinpoche)

सारनाथ कैसे पहुंचे? ( How To Reach Sarnath )

सारनाथ, उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर से 10 किलोमीटर की दुरी पे स्थित है। आप यहाँ देश के किसी भी स्थान से बहुत ही आराम से पहुंच सकते हैं। सारनाथ वह स्थान है जहाँ आप हवाई यात्रा, सड़क मार्ग या रेल तीनो में से किसी से भी आप आशानि से पहुंच सकते है। सारनाथ पहुंचने के कुछ उत्तम तरीके को नीचे विस्तार से बताया गया है।

1.फ्लाइट से सारनाथ कैसे जाएं ? ( How To Reach Sarnath by Flight )

सारनाथ का निकटतम हवाई अड्डा बाबतपुर में स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट सारनाथ से तकरीबन्न 25 किलोमीटर की दूरी पर है।

आप अपने यहां से फ्लाइट के माध्यम से लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा  पर पहुंचने के बाद यहां पर चलने वाले स्थानीय परिवहन जैसे – ओला, उबर, ऑटो , टैक्सी या ई- रिक्शा आदि की सहायता से आप सारनाथ आराम से पहुंच सकते हैं।

2. ट्रेन से सारनाथ कैसे जाएं ? ( How To Reach ‘Sarnath’ by Train )

ट्रेन की सहायता से सारनाथ काफी आसानी से पंहुचा जा सकता हैं। क्योंकि सारनाथ में भी एक रेलवे स्टेशन लेकिन यहा पे कुछ सिमित स्टेशनों से ही ट्रेनों का आवाजाही है। लेकिन अगर हम सारनाथ के नजदीकी रेलवे स्टेशन की बात करें तो वह “वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन ” है ।

वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के पश्चात आपको यहाँ पर चलने वाले स्थानीय परिवहन जैसे – ऑटो, OLA, उबर, टैक्सी या ई- रिक्शा आदि संसाधन से आप सारनाथ बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हैं।

3. सड़क मार्ग से सारनाथ कैसे जाएं ? ( How To Reach Sarnath by Road )

यदि आप सड़क मार्ग की सहायता से सारनाथ जाने के बारे मे सोच रहे हैं, तो भी आप बहुत आसानी से सारनाथ सड़क द्वारा पहुंच सकते हैं। क्योंकि सारनाथ वाराणसी के समीप ही स्थित है, और वाराणसी देश के तकरीबन सभी राज्यों और क्षेत्रों से सड़क मार्ग द्वारा बहुत अच्छी तरह से कनेक्टेड है, इसीलिए आप आसानी से सड़क मार्ग से सारनाथ जा सकते हैं।

सारनाथ में घूमने का खर्च ( Budget To Visit In Sarnath )

सारनाथ में घूमने का खर्च :- अभी तक Sarnath Me Ghumne Ki Jagah के बारे में बात हुआ, लेकिन अब हम सारनाथ में घूमने के खर्चे की बात करे तो, प्रतिव्यक्ति लगभग 5000 रुपए से 7000 रुपए का खर्चा 2 दिन में बहुत ही आराम से आ जायेगा, और आप इस फ्रेंडली बजट में आराम से और अच्छे से पूरा सारनाथ घूम सकते हैं।

बनारस से सारनाथ की दूरी ( Varanasi Se Sarnath Ki Duri )

सारनाथ उत्तर प्रदेश में स्थित वाराणसी शहर से 10 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।

Varanasi Se Sarnath Ki Duri
Varanasi Se Sarnath Ki Duri

सारनाथ में घूमने का सबसे अच्छा समय ( Best time to visit in Sarnath )

वैसे तो आप सारनाथ किसी भी समय जा सकते हैं, लेकिन सारनाथ जाने का सबसे बेस्ट समय अक्टूबर से मार्च के महीनों के बीच है, और यहां पे सबसे ज्यादा भीड़ सावन के महीने में लगता हैं।

सारनाथ में कैसे घूमे ?

आप को एक बात बता दे की सारनाथ में घूमने की जगह जितने भी है, उनकी एक- दूशरे से दूरी तो बहुत ही कम हैं, अगर आप चाहे तो पैदल भी घूम सकते हैं। लेकिन अगर आप बहुत ही आराम से घूमना चाहते हैं, तो आप सारनाथ में घूमने के लिए ऑटो रिक्शा या कैब बुक कर सकते हैं, और उनके माध्यम से आप सारनाथ के सभी छोटे-बड़े पर्यटक स्थलों पर एकदम आराम से घूम सकते हैं।

सारनाथ में रुकने की जगह ( Place To Stay In Sarnath )

सारणाथ घूमने जाने वाले पर्यटकों के लिए सारनाथ में रुकने की बहुत सारी व्यवस्था है। सारनाथ में जितने भी पर्यटक स्थल है, उनके आस-पास ही बहुत सारे होटल और धर्मशालाएं बनी हुई है, जहां व्यक्ति आराम से रुक सकता है, और यहां पे होटल का किराया 800 रुपए से 5000 रुपए तक है, और आप को होटल बहुत ही आराम से मिल जायेंगे। अगर आप सारणाथ में होटल की बुकिंग ऑनलाइन करना चाहते है, तो आप makemytrip या goibibo जैसी साइटों से आसानी से कर सकते है।

सारनाथ कहां है? ( Where is Sarnath Located )

सारनाथ वाराणसी का प्रसिद्ध भोजन ( Famous Food Of Sarnath  Varanasi )

कही भी यात्रा करने के दौरान स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेना बहुत ही आवश्यक होता है। सारनाथ के आस पास के छेत्र में आपको यहाँ के कुछ स्थानीय स्वादिष्ट भोजन खाने को मिल जायेंगे। आइये आज हम आपको सारनाथ वाराणसी के कुछ प्रषिद्ध भोजनो के बारे में बताते है :-

  • कचौड़ी – सब्जी
  • बनारसी पान
  • रबड़ी – जलेबी
  • बाटी – चोखा
  • गोलगप्पे
  • टमाटर चाट

सारनाथ में क्या प्रसिद्ध है ? ( What is Sarnath Famous For )

वैसे तो सारनाथ में बहुत कुछ प्रसिद्ध है और Sarnath Me Ghumne Ki Jagah भी बहुत सारी है लेकिन कुछ ज्यादा ही प्रसिद्ध जगहों के बारे में आप को बताने वाले है जिसके वजह से सारनाथ फेमस हैं :-

  • सारनाथ में स्थित एक ‘हिरण पार्क’ है, जहां पर भगवान गौतम बुद्ध जी ने पहली बार धम्म को पढ़ाया था।
  • यह बौद्ध धर्म के तीर्थ स्थलों की वजह से काफी प्रसिद्ध है।
  • पुरातत्व संग्रहालय की वजह से भी सारनाथ फेमस हैं ।
  • सारनाथ आपने ऐतिहासिक जगहों के लिए फेमस हैं ।
  • सारनाथ में बौद्ध धर्म के दर्शन और भगवान बुद्ध के जीवन के बारे आपको कई रोचक जानकारी मिल जायेंगीं।

सारनाथ से क्या खरीदें ? ( What is Buy From Sarnath )

सारनाथ में आपको विभिन्न प्रकार की कलाकृतियाँ और बुद्ध की मूर्तियाँ देखने को मिल जायेंगी। आपको गौतम बुद्ध की हर प्रकार की मूर्ति मिल जाएगी जो आप आसानी से खरीद सकते हैं । सारनाथ का बाज़ार केवल बौद्ध और जैन के स्मृति चिन्हों से संबंधित है।

इसे भी पढ़े :- स्वर्वेद महामंदिर धाम वाराणसी Swarved Mahamandir Dham in Hindi

FAQ’s ( Sarnath Me Ghumne Ki Jagah )

सारनाथ कितने बजे तक खुला रहता है?

सारनाथ के लगभग सभी पर्यटक स्थल सुबह 9 बजे खुल जाते है और साम के 5 बजे बंद होते हैं और यह के कुछ पर्यटक स्थल शुक्रवार को बंद रहते हैं।

सारनाथ में कौन सा स्तूप है?

सारनाथ में धर्मराजिका स्तूप और धमेख स्तूप दो प्रशिद्ध स्तूप स्थित हैं ।

सारनाथ में घूमने के लिए 2 दिन काफी है?

हां , सारनाथ में घूमने के लिए 2 दिन काफी है

सारनाथ के स्तंभ में कितने शेर हैं?

सारनाथ के स्तंभ में कुल 4 शेर हैं, जो गौरव, शक्ति, आत्मविश्वास और साहस को प्रदर्शित करते हैं, और ये देश का प्रतीक चिह्न भी है।

वाराणसी शहर से सारनाथ की दूरी ?

सारनाथ , वाराणसी शहर से लगभग 10 किमी की दूरी पे स्थित हैं । वाराणसी सहर से आप आसानी से सड़क मार्ग से सारनाथ पहुंच सकते हैं।

निष्कर्ष :- ( Conclusion )

सारनाथ के इस पोस्ट में आपको Sarnath Me Ghumne Ki Jagah ( सारनाथ में घूमने की जगह ) के बारे में बहुत ही विस्तृत जानकारी दी गई है, अगर सारनाथ के इस लेख से थोड़ी सी भी जानकारी मिली हो या यह पोस्ट आपको अच्छा लगा होगा तो आप इसे अपने फेमिली मेंबर या आपने घुम्मकड़ दोस्त को शेयर कर सकते है। इसी प्रकार के ट्रेवल रिलेटेड जानकारी के लिए जुड़े रहे travel hindi  से …………..धन्यवाद ………….🙏

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