सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी – खर्चा और घूमने की सम्पूर्ण जानकारी

सीता समाहित स्थल ( सीतामढ़ी ) सीता माता को समर्पित एक भव्य मंदिर है, जो भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के भदोही जिले में स्थित एक सूंदर हिन्दू मन्दिर है। यह मंदिर प्रयागराज (इलाहाबाद) और वाराणसी के बिच में स्थित जंगीगंज बाज़ार से लगभग 11 किलोमीटर अंदर गंगा नदी के किनारे पर स्थित है। ऐसा माना जाता है की इस स्थान पर माता सीता जी ने अपने आप को धरती में समाहित कर लिया था, इसीलिए इस स्थान को सीता समाहित स्थल के नाम से जाना जाता है।

यहां पर हनुमान जी की 108 फीट ऊँची एक भव्य मूर्ति है। यह इतनी खूबसूरत मूर्ति है की अगर आप पहली बार देखेंगे तो देखते ही रह जायेंगे। यह मूर्ति भारत की सबसे बड़ी हनुमान जी की मूर्ति है। अगर आप सीतामढ़ी जाने का प्लान बना रहे है, तो आप सही पोस्ट पे आये है, तो आइये विस्तार से बात करते है Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi के बारे में।

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सीता समाहित स्थल, भदोही – Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi

सीता समाहित स्थल, भदोही - Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi
सीता समाहित स्थल, भदोही – Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi

सीता समाहित स्थल, सीतामढी गंगा नदी के तट पर स्थित है। ऐसी मान्यता है कि यह वही स्थान है जहां माता सीता अयोध्या से अपने निर्वासन के दौरान रहा करती थीं। यह स्थान जिसे सीतामढ़ी के नाम से जाना जाता है, त्रेतायुग का पौराणिक और पवित्र धार्मिक स्थल है। इसी जगह पर ऋषि बाल्मीकि जी का आश्रम भी है। यही वह जगह है जहां भगवान राम के पुत्रों ने भगवान राम द्वारा अश्वमेध यज्ञ के लिए छोड़े गए अश्व (घोड़े) को पकड़ रखा था।

आप जब यहाँ पे घूमने आयेंगे तो आपको ऐसी – ऐसी कलाकृतिया देखने को मिलेंगी की आपका मन एकदम प्रसन्नचित हो जायेगा।

108 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा – 108 Feet High Statue of Hanuman ji, Bhadohi

108 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा - 108 Feet High Statue of Hanuman ji, Bhadohi
108 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा – 108 Feet High Statue of Hanuman ji, Bhadohi

अपनी भव्यता के लिए दुनिया भर में  प्रसिद्ध धार्मिक स्थली सीता समाहित स्थल (सीतामढ़ी) में 20 फीट की कंक्रीट की चट्टान पर स्थापित पवन पुत्र हनुमान जी की 108 फीट ऊंची विशाल और भव्य प्रतिमा है, और प्रतिमा के निचले हिस्से को पहाड़ और गुफ़ा जैसा आकार दिया गया है। गुफ़ा के अंदर भी हनुमान जी की मूर्ति के साथ भगवान श्री राम, लक्ष्मण और माँ जानकी की मूर्ति है। यह इतनी खूबसूरत मूर्ति है की अगर आप पहली बार देखेंगे तो देखते ही रह जायेंगे।

यह मूर्ति भारत की सबसे बड़ी हनुमान जी की मुर्तिओ में से एक है। भगवान हनुमान भगवान राम के बहुत बड़े भक्त थे और भगवान हनुमान भगवान राम को बहुत प्रिय थे, जब माता सीता को लंका के राजा रावण ने चुरा लिया था, उस समय हनुमानजी ने माता सीता की खोज की थी।

Address:- Sitamarhi, Bhadohi, Uttar Pradesh 221309

बाल्मीकि आश्रम सीतामढी, भदोही – Valmiki Ashram, Sitamarhi

Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi
Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi

भदोही जिले के सीतामढ़ी में पड़ने वाला सीता समाहित स्थल ऐसा ही एक प्राचीन और पौराणिक स्थल है। हिंदू इतिहास की मान्यता है की, यह वही स्थान है जहां ऋषि वाल्मिकी रहते थे, और यही पे महर्षि बाल्मीकि ने हिंदू महाकाव्य रामायण लिखी थी। मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम की पत्नी माता सीता अपनी गर्भावस्था के दौरान यह पे रहने के लिए आई थीं, और यहीं पर लव और कुश का जन्म हुआ था।

महादेव मंदिर सीतामढ़ी – Mahadev Mandir Sitamarhi, Bhadohi

महादेव मंदिर सीतामढ़ी - Mahadev Mandir Sitamarhi, Bhadohi
महादेव मंदिर सीतामढ़ी – Mahadev Mandir Sitamarhi, Bhadohi

यहां पर बगल में ही भगवान शिव जी का एक अद्भुत मंदिर है, जहाँ ऊपर पहाड़ पर इनकी प्रतिमा स्थित है, और इनके जटाओं में से कृत्रिम झरने का पानी कल-कल करता बहता रहता है, और पहाड़ों की गुफा में अंदर महादेव का शिवलिंग भी स्थापित है। यहां पहाड़ो के निचे जो गुफा है वो काफी मनमोहक है, आपको इस गुफा के रस्ते अंदर जाना होगा और अंदर जाते ही आपको शिवलिंग का दर्शन होगा। 

सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी मंदिर, भदोही

सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी मंदिर, भदोही
सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी मंदिर, भदोही

सीता समाहित स्थल एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल और एक अच्छा पर्यटन स्थल है, जहां लगभग पूरे वर्ष हज़ारो की संख्या में पर्यटक आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर वह स्थान है जहां माता सीता ने अपनी इच्छानुसार धरती में समा गईं थीं। इस मंदिर में सीता जी की एक मूर्ति है जो सीता जी को धरती में समाते हुवे दर्शाता है। मंदिर के चारों तरफ वन क्षेत्र है और बीच में मंदिर है। मंदिर में आपको नौका विहार करने की सुविधा मिलती है जिसे आप बुक कर सकते हैं। रात में लाइट की रोशनी में मंदिर जगमगा उठता है और इसका नज़रा तब और भी ज़्यादा सुंदर और आकर्षक हो जाता है।

सीता जी की केस वाटिका सीतामढ़ी, भदोही

इसी स्थान पे माता सीता की केश वाटिका भी है। जहां वह अपनों बालों को साफ किया करती थीं। यहां मौजूद अलग प्रकार की घास माता सीता के बाल के रूप में जानी जाती है। इसकी खासियत यह है कि यह घास सिर्फ इसी स्थान पर होती है।

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सीतामढ़ी का इतिहास – History of sitamarhi, Bhadohi

Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi
Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi

सीतामढ़ी, पौराणिक आख्यानों में त्रेतायुगीन शहर के रूप में वर्णित है। त्रेता युग में राजा जनक जी की पुत्री तथा भगवान श्री राम चंद्र की पत्नी माता सीता का जन्म पुनौरा में हुआ था। पौराणिक मान्यताओं के आधार पे मिथिला एक बार अकाल की स्थिति में आ गया था तब पुरोहितों और पंडितों ने मिथिला के राजा जनक को अपने क्षेत्र की सीमा में हल चलाने की अनुमति दी।

कहते हैं कि सीतामढ़ी के पुनौरा नामक स्थान पर जब राजा जनक ने खेत में हल जोता, तो उसी समय धरती से सीता जी का जन्म हुआ था। सीता जी के जन्म के कारण इस जगह का नाम पहले सीतामड़ई, फिर सीतामही और कालांतर में सीतामढ़ी पड़ा जो वर्त्तमान में भी है।

सीतामढी कैसे पहुंचें – How to reach Sitamarhi, Bhadohi

सीतामढ़ी, उत्तर प्रदेश के मुख्य शहरों में से एक भदोही शहर में स्थित है। आप यहाँ पे भारत के किसी भी कोने से बहुत ही आसानी से पहुंच सकते है । सीतामढ़ी वह स्थान है जहाँ पे आप हवाई , सड़क या रेल मार्ग किसी से भी पहुंच सकते है । सीतामढ़ी पहुंचने के कुछ सर्वोत्तम तरीकों को नीचे बताया गया है।

1.फ्लाइट से सीतामढ़ी कैसे जाएं ? ( How To Reach Sitamarhi by Flight )

सीतामढ़ी का निकटतम हवाई अड्डा इलाहाबाद हवाई अड्डा ( 70 किलोमीटर ) और वाराणसी हवाई अड्डा ( 86 किलोमीटर ) है। आप अपने यहां से फ्लाइट के माध्यम से इनमे से किसी एक स्थान पर पहुंचने के बाद यहां पर चलने वाले स्थानीय परिवहन जैसे – कैब (OLA, UBER ) , प्राइवेट बस आदि की सहायता से आप सीतामढ़ी बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हैं।

2. ट्रेन से सीतामढ़ी कैसे जाएं ? ( How To Reach Sitamarhi by Train )

सीतामढ़ी का नजदीकी रेलवे स्टेशन भदोही (40 किलोमीटर) और मिर्जापुर (44 किलोमीटर) हैं। आप अपने यहां से आसानी से इनमे से किसी एक स्थान पर पहुंचने के बाद यहां पर चलने वाले स्थानीय परिवहन जैसे – कैब (OLA, UBER ) , ऑटो रिक्शा , टैक्सी या प्राइवेट और सरकारी बस आदि की सहायता से आप सीतामढ़ी बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हैं।

3. सड़क मार्ग से सीतामढ़ी कैसे जाएं ? ( How To Reach Sitamarhi by Road )

सड़क मार्ग की सहायता से अगर आप सीतामढ़ी जाने के बारे मे सोच रहे हैं तो भी आप बिलकुल आसानी से सीतामढ़ी सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं। क्योंकि सीतामढ़ी भदोही में स्थित है, और भदोही भारत के तकरीबन सभी क्षेत्रों से सड़क मार्ग से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है तो आप आसानी से सड़क मार्ग से सीतामढ़ी पहुंच सकते हैं। सीतामढ़ी इलाहबाद और वाराणसी के मध्य स्थित जंगीगंज बाज़ार से 11 किलोमीटर गंगा के किनारे स्थित है।

सीतामढ़ी खुलने का समय – Sitamarhi Opening Time

सीतामढ़ी खुलने का समय सुबह 6 बजे से शाम 9 बजे तक, ( सभी दिन खुला )

सीतामढ़ी में रुकने की जगह – Places to Stay in Sitamarhi, Bhadohi

सीतामढ़ी घूमने जाने वाले पर्यटकों के लिए सीतामढ़ी में और उसके आस पास रुकने की बहुत सारी व्यवस्था है। सीतामढ़ी के आस पास बहुत सारे होटल बने हुए है, जहां व्यक्ति आराम से रुक सकता है और यहां पे होटल का किराया तक़रीबन 800 रुपए से 5000 रुपए तक के है, और आप को होटल बहुत ही आराम से मिल जायेंगे। यहां आपको नाश्ता, खाने-पीने आदि के लिए ज़ायकेदार चीजों का लुत्फ उठाने का भी मौका मिलेगा और प्रसाद आदि के लिए मंदिर परिसर के गेट पर बहुत सारी दुकाने देखने को मिल जायेंगी।

क्या करें और क्या नहीं – Do’s And Dose’t

  • मंदिर में प्रवेश करने से पहले स्नान अवश्य करें और साफ कपड़े पहनें।
  • शॉर्ट्स, मिनी-स्कर्ट, स्लीवलेस टॉप, लो-वेस्ट जींस और छोटी लंबाई वाली टी-शर्ट की अनुमति नहीं है। कृपया ऐसे पहनावों का प्रयोग न करे।
  • मंदिर परिसर के अंदर धूम्रपान करना सख्त वर्जित है।
  • मंदिर परिसर में रहते समय प्राचीन रीति-रिवाजों और सह-तीर्थयात्रियों का सम्मान करें। 
  • महिलाओं के लिए पसंदीदा पहनावा साड़ी या ब्लाउज के साथ हाफ साड़ी या पायजामा और ऊपरी कपड़े के साथ चूड़ीदार है। ये नियम विदेशियों के लिए भी लागू हैं.
  • पुरुषों के लिए पहनावा शर्ट और ट्राउजर, शर्ट-पैंट, टी शर्ट, धोती या ऊपरी कपड़ा वाला पायजामा है।

सीतामढ़ी में घूमने का खर्चा – Budget to Visit Sitamarhi, Bhadohi

अभी तक तो हम Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi के बारे में बात किये लेकिन अब हम सीतामढ़ी में घूमने के खर्चे का अनुमान लगाएं तो प्रति व्यक्ति 1000 रुपए से 2000 रुपए का खर्चा बहुत ही आराम से आ सकता है, और आप इतने बजट में आराम से और अच्छे से घूम सकते हैं।

सीतामढ़ी घूमने का सही मौसम – Best Season to Visit Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi

वैसे तो आप यहां पे किसी भी मौसम में जा सकते हैं, लेकिन सीतामढ़ी जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के महीनों के बीच है और यहां पे सबसे ज्यादा भीड़ सावन के महीने में या कोई हिन्दू धार्मिक त्योहार हो तब लगता हैं ।

सीतामढ़ी से क्या खरीदें ? – What is Buy From Sitamarhi, Bhadohi 

सीतामढ़ी में आपको विभिन्न प्रकार की कलाकृतियाँ और भगवन श्री राम , माता सीता और हनुमान जी की मूर्तियाँ देखने को मिल जायेंगी। यहाँ पे आपको हिन्दू धर्म की हर प्रकार की मूर्ति मिल जाएगी जो आप आसानी से खरीद सकते हैं, और यहाँ का बाज़ार अनेक प्रकार के धार्मिक चीजों से भरा हुआ है।

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FAQ’s ( Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi )

वाराणसी से सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी कितने किलोमीटर है?

वाराणसी से सीता समाहित स्थल के बीच की दूरी 77 किमी है।

सीता समाहित स्थल कहां पर है?

सीता समाहित स्थल (सीतामढ़ी) मंदिर भदोही जिले में स्थित है।

प्रयागराज से सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी कितने किलोमीटर है?

प्रयागराज से सीता समाहित स्थल के बीच की दूरी 55 किमी है।

सीता जी कौन सी जगह समाई थी?

सीता समाहित स्थल (सीतामढ़ी) मंदिर भदोही जिले में स्थित है। मान्यता है कि इस स्थान पर माँ सीता से अपने आप को धरती में समाहित कर लिया था।

Conclusion : ( Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi )

हमने इस पोस्ट में आपको Sita Samahit Sthal Sitamarhi Bhadohi के बारे में बहुत ही विस्तार से बताया है, और हमे आशा है की आपको इस पोस्ट को पढ़ने के बाद बहुत सारी जानकारी मिली होगी । अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा तो आप इसे अपने दोस्तों में शेयर भी कर सकते है, और मेरी मानिये तो आप एक बार यहाँ पे जरूर जाये।   धन्यवाद ………….🙏

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