30+ माउंट आबू में घूमने की जगह, खर्चा और सम्पूर्ण जानकारी

आज हम राजस्थान के इकलौते हिल स्टेशन माउंट आबू के बारे में बात करने वाले है। माउंट आबू जमीन से लगभग 1220 मीटर (4,003 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। अगर आप माउंट आबू जाने का प्लान बना रहे है, तो यह पोस्ट आपके लिए काफी सही है, क्योंकी इस पोस्ट में हम माउंट अबू के बारे में विस्तार से बात करने वाले है, तो आइए जानते हैं Mount Abu Me Ghumne ki Jagah और सम्पूर्ण जानकारी।

राजस्थान के इस इकलौते हिल स्टेशन में घूमने के लिए हर साल लाखों की संख्या में देश और विदेश से पर्यटक आते हैं, जिसका मुख्य कारण है यहां का मौसम, यहाँ का मौसम आप को आनंद से भर देगा। यहाँ पे आप को नतो गर्मी में ज्यादा गर्मी और नतो ठंडी में ज्यादा ठंडी लगेगी यहां का मौसम स्थिर रहता है, इसीलिए माउंट आबू को राजस्थान का शिमला भी कहा जाता है।

Table of Contents

माउंट आबू का इतिहास ( History Of Mount Abu )

माउंट आबू का प्राचीन नाम अर्बुदा था। पुराणों में, इस क्षेत्र को “अर्बुदा का जंगल” कहा गया है। ऐसा माना जाता है कि ऋषि विश्वामित्र के साथ अपने मतभेदों के बाद ऋषि वशिष्ठ माउंट आबू के दक्षिणी भाग में सेवानिवृत्त हो गए थे। एक और इतिहास कथा है जिसके अनुसार “अर्बुदा” नामक नाग ने भगवान शिव का बैल ( नंदी ) की जान बचाई थी। यह घटना उस पर्वत पर घटी जिसे वर्तमान में माउंट आबू के नाम से जाना जाता है, और इसलिए उस घटना के बाद उस पर्वत का नाम “अर्बुदारण्य” रखा गया जो धीरे-धीरे आबू बन गया।

माउंट आबू के लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( Mount Abu Me Ghumne Ki Jagah )

Mount Abu Tourist Places in Hindi :- वैसे तो राजस्थान के माउंट अबू में घूमने की जगह बहुत सारी है, लेकिन आज हम माउंट अबू के कुछ फेमस जगहों के बारे में बात करने वाले है, जिनके नाम निचे दिए गए है। जहाँ पे आपको घूम के काफी अच्छा लगेगा।

1. दिलवाड़ा जैन मंदिर – Dilwara Jain Temple, Mount Abu

दिलवाड़ा जैन मंदिर - Dilwara Jain Temple, Mount Abu
दिलवाड़ा जैन मंदिर – Dilwara Jain Temple, Mount Abu

दिलवाड़ा जैन मंदिर एक प्राचीन मंदिर है, जो लगभग 900 साल से भी ज्यादा पुराना है। इस मंदिर को दिलवाड़ा जैन मंदिर और देलवाडा मंदिर के नाम से जाना जाता है। मुख्यहतः “दिलवाड़ा जैन मंदिर” पांच मंदिरों का एक समूह है,

  • विमल वसाही मंदिर
  • लूना वसाही मंदिर
  • पित्तलहार मंदिर
  • श्री पार्श्वनाथ मंदिर
  • श्री महावीर स्वामी मंदिर

जो राजस्थान के सिरोही जिले के माउंट आबू नगर में स्थित है। इन मंदिरों का निर्माण 11वीं शताब्दी से लेकर 16वीं शताब्दी के बीच किया गया था। यह सभी मंदिर जैन धर्म के तीर्थंकरों को समर्पित हैं। संगमरमर से बना ये मंदिर बहुत ही ज्यादा खूबसूरत है, इसकी दीवारों पर नक्काशी सबसे खूबसूरत और अद्भुत है। इन मंदिरों को राजस्थान के सर्वाधिक लोकप्रिय स्थानों में से एक माना जाता है।

2. नक्की लेक, माउंट आबू – Nakki Lake, Mount Abu

नक्की लेक, माउंट आबू - Nakki Lake, Mount Abu
नक्की लेक, माउंट आबू – Nakki Lake, Mount Abu

नक्की झील माउंट आबू का एक सुंदर पर्यटन स्थल है, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। मीठे पानी का यह झील, जो राजस्थान का सबसे ऊंचा झील हैं। यह राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित भारत का पहला मानव निर्मित झील है, जिसकी गहराई लगभग 11,000 मीटर और चौड़ाई सवा मील है। यह झील सर्दिओं में अक्सर जैम जाता है। झील से चारों ओर के पहाड़ियों का दृश्य बहुत ही सुंदर दिखता है। इस झील में आप नौकायन का भी आनंद ले सकते है।

यह झील हरे-भरे हरियाली, पहाड़ों और अजीब आकार की चट्टानों से घिरी हुई है। जैसे ही आप नक्की झील के शांत पानी में नौकायन करते हैं, तो ऐसा लगता है की आप जन्नत के बिच में आ गए है। यह प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थान है। झील के किनारे एक सुंदर बगीचा है, जहाँ शाम के समय घूमने और नौकायन के लिए पर्यटकों का भीड़ उमड़ पड़ता है।

नक्की झील के पास से दिखाई देने वाले  प्राकृतिक चमत्कार इसके आकर्षण को और भी बढ़ा देते है। पास ही एक पहाड़ी पर प्रसिद्ध टॉड रॉक है, जो झील में कूदने वाले एक मेढक जैसा दिखता है। नक्की झील के किनारे से एक रास्ता सनसेट पॉइंट की ओर जाता है। Mount Abu Me Ghumne ki Jagah में से ये भी एक बेहतरीन जगह है।

3. गुरु शिखर – Guru Shikhar, Mount Abu

गुरु शिखर - Guru Shikhar, Mount Abu
गुरु शिखर – Guru Shikhar, Mount Abu

गुरु शिकार समुद्र तल से 1,722 मीटर (5,650 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। इस पर्वत शिखर से माउंट आबू क्षेत्र के दृश्य का आनंद लिया जा सकता है। इस चोटी पर आप गुरु दत्तात्रेय का मंदिर देख सकते हैं, जिन्हें भगवान ब्रह्मा और भगवान शिव का अवतार भी कहा जाता है। इस पर्वत शिखर पर स्थित अन्य महत्वपूर्ण मंदिर चामुंडी मंदिर, शिव मंदिर और मीरा मंदिर हैं।

विष्णु के अवतार दत्तात्रेय के नाम पर इसका नाम गुरु शिकार या ‘गुरु का शिखर’ रखा गया है, और शिखर पर एक गुफा में उन्हें समर्पित एक मंदिर है, साथ ही एक गुफा उनकी मां, ऋषि की पत्नी अनसूया को भी समर्पित है। यह पर्वत शिखर अरावली पर्वतमाला में माउंट आबू से 15 किमी की दूरी पर स्थित है। गुरु दत्तात्रेय मंदिर का मुख्य आकर्षण विशाल घंटियाँ हैं जिन्हें कोई भी मंदिर के प्रवेश द्वार पर देख सकता है।

4. अचलगढ़ किला,माउंट आबू – Achal Garh, Mount Abu

अचलगढ़ किला,माउंट आबू - Achal Garh, Mount Abu
अचलगढ़ किला,माउंट आबू – Achal Garh, Mount Abu

अचलगढ़ किला माउंट आबू से लगभग 11 किलोमीटर की दुरी पे उत्तर में स्थित है । किले का निर्माण मूल रूप से परमार वंश के शासकों द्वारा करवाया गया था, और बाद में सन्न 1452 ईस्वी में महाराणा कुंभा द्वारा इस किले का पुनर्निर्माण और नवीनीकरण कराया गया और उन्ही के द्वारा इस किले का नाम अचलगढ़ रखा गया।

वर्त्तमान में अचलगढ़ किला कमजोर और जर्जर हालत में है। किले के पहले द्वार को हनुमानपोल के नाम से जाना जाता है , जो निचले किले के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता था। इसमें ग्रे ग्रेनाइट के बड़े ब्लॉकों से निर्मित दो टावर शामिल हैं। कुछ चढ़ाई के बाद, चंपापोल , किले का दूसरा द्वार है, जो आंतरिक किले के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है। इस किले के निर्माण का उद्देश्य मेवाड़ को गुजरात के संभावित आक्रमणों से बचाना था। गुजरात के सुल्तान कुतुबशाह और महमूद बेगड़ा का भी कुछ समय तक अचलगढ़ पर अधिकार था, जिसने किले की प्राचीन मूर्तियों और नक्कासीओ को नष्ट कर दिया।

5. ब्रह्माकुमारी पीस पार्क – Brahmakumari Peace Park, Mount Abu

ब्रह्माकुमारी पीस पार्क - Brahmakumari Peace Park, Mount Abu
ब्रह्माकुमारी पीस पार्क – Brahmakumari Peace Park, Mount Abu

ब्रह्माकुमारी पीस पार्क माउंट आबू बस स्टैंड से तक़रीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो ब्रह्मा कुमारीज़ आध्यात्मिक प्रतिष्ठान का एक हिस्सा है। ब्रह्माकुमारीज़ पीस पार्क सुंदर और शांत दोनों है, एक प्राकृतिक वातावरण जहां पे मौन और मनोरंजन सह-अस्तित्व में हैं। इसकी देखभाल समर्पित ब्रह्मा कुमारों और कुमारियों द्वारा की जाती है, जो हर दिन हजारों पर्यटकों का स्वागत करके प्रसन्न होते हैं। इस खूबसूरत पार्क में पर्यटकों को शांति का एक अलग ही अनुभव होगा।

यदि कोई व्यक्ति ध्यान का अनुभव प्राप्त करना चाहता है, तो ऐसे कई स्थान भी हैं जहां लोग ध्यान कर सकते हैं जैसे: घास की झोपड़ी, पत्थर की गुफा, बांस की ध्यान झोपड़ी और पार्क के शांत वातावरण में और नहीं कई शांत स्थान जहा पे आप शांति मन से ध्यान कर सकते है। ब्रह्माकुमारी पीस पार्क में आने के बाद आपको एक अलग ही लेवल का सुकून महसूस होगा। अगर आप माउंट आबू जाते है तो एक बार यहां पे जरूर जाइएगा।

6. टॉड रॉक, माउंट आबू – Toad Rock, Mount Abu

टॉड रॉक, माउंट आबू - Toad Rock, Mount Abu
टॉड रॉक, माउंट आबू – Toad Rock, Mount Abu

माउंट आबू अनेक प्रकार की चट्टानों के लिए प्रसिद्ध है, जिनमें से टॉड रॉक एक बहुत ही प्रसिद्ध और आकर्षक स्थान है। माउंट आबू में टॉड रॉक नक्की झील के पास स्थित है। टॉड रॉक एक विशाल चट्टान की संरचना है जो झील में कूदते हुए मेंढक जैसा प्रतीत होता है। 20-30 फीट ऊँचे चट्टान पर ट्रैकिंग के बाद जब आप यहाँ पहुंचते है, तो आप को नक्की झील का एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि इसका नाम ब्रिटिश सेना अधिकारी कर्नल टॉड के नाम पर रखा गया था ।

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7. माउंट आबू सनसेट पॉइंट – Sunset Point, Mount Abu

माउंट आबू सनसेट पॉइंट - Sunset Point, Mount Abu
माउंट आबू सनसेट पॉइंट – Sunset Point, Mount Abu

सनसेट पॉइंट एक आदर्श पिकनिक स्थल है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति सूर्यास्त के समय रंगीन आकाश के जादू की प्रशंसा कर सकता है। सनसेट प्वाइंट माउंट आबू में प्रसिद्ध नक्की झील से तक़रीबन 2 किलोमीटर की दुरी पे स्थित है। सनसेट पॉइंट तक पहुँचने के लिए आप या तो टैक्सी किराए पर ले सकते है, या मोटरसाइकिल किराए पर ले सकते है। सनसेट पॉइंट पर प्रकृति प्रेमी अक्सर आते हैं, जो सूरज की डूबती किरणों का आनंद लेते हैं।

शहर के शोर शराबे से दूर शांति से माउंट आबू सनसेट पॉइंट से सूर्यास्त का आनंद लेने का एक अलग ही अनुभव है। यहां स्थापित अस्थायी दुकानों से संगमरमर की मूर्तियों, चंदन की मूर्तियों और लकड़ी के खिलौनों की एक विस्तृत श्रृंखला खरीदी जा सकती है। सनसेट पॉइंट पे लोगों के बैठने और शांति का आनंद लेने के लिए सीढ़ियाँ बनाई गई हैं।

8. हनीमून प्वाइंट माउंट आबू – Honeymoon Point, Mount Abu

हनीमून प्वाइंट माउंट आबू - Honeymoon Point, Mount Abu
हनीमून प्वाइंट माउंट आबू – Honeymoon Point, Mount Abu

इस स्थान का नाम हनीमून पॉइंट इसलिए रखा गया है, क्युकी इस स्थान पर एक पुरुष और एक महिला जैसी दो चट्टाने उपस्थित है। माउंट आबू में 4000 फुट की ऊंचाई पर स्थित हनीमून पॉइंट, डूबते सूरज का अद्भुत नज़ारा प्रस्तुत करता है, जिससे आकाश पीले और लाल रंग में रंग जाता है। हनीमून पॉइंट को अनादरा प्वाइंट के भी नाम से जाना जाता है।

यह सुंदरता भव्य नक्की झील और माउंट आबू के पुराने प्रवेश द्वार की पृष्ठभूमि में है। यह सुरम्य स्थान न केवल दूर से चमकते सूरज को कैद करने के लिए, बल्कि अंतहीन क्षितिज को देखते हुए हवा के थपेड़ों को महसूस करने के लिए भी उपयुक्त है। Mount Abu Me Ghumne ki Jagah में से ये भी एक बेस्ट जगह है। 

9. माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य – Mount Abu Wildlife Sanctuary

माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य - Mount Abu Wildlife Sanctuary
माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य – Mount Abu Wildlife Sanctuary

माउंट आबू अभयारण्य भारत की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखलाओं में से एक, अरावली पर है। 288 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला   माउंट आबू अभयारण्य में राजस्थान का सबसे ऊँचा चोटी, गुरु शिखर (1722 मीटर) भी है। राजस्थान में लोकप्रिय अभयारण्य मुख्य रूप से वनस्पतियों की जैव विविधता के लिए जाना जाता है। माउंट आबू अभयारण्य की स्थापना सन्न 1980 ईस्वी में हुई थी।

माउंट आबू अभयारण्य में लगभग 820 फूलों की प्रजातियाँ आप को देखने को मिल जायेंगे। अभयारण्य में जंगली गुलाब की 3 प्रजातियाँ और फेरस की 16 प्रजातियाँ भी हैं, जिनमें से कुछ दुर्लभ हैं। अभयारण्य का दक्षिण-पश्चिम भाग बांस के जंगलों के लिए जाना जाता है। फूलों और वनस्पतियों के अलावा, माउंट आबू अभयारण्य में भारतीय तेंदुए, स्लॉथ भालू, सांभर हिरण, जंगली सूअर और चिंकारा सहित विभिन्न प्रकार के जानवरों का भी घर है। अभयारण्य में पक्षियों की लगभग 250 से अधिक प्रजातियाँ भी हैं ।

10. श्रीरघुनाथ जी मंदिर – Shri Raghunath Ji Mandir, Mount Abu

श्रीरघुनाथ जी मंदिर - Shri Raghunath Ji Mandir, Mount Abu
श्रीरघुनाथ जी मंदिर – Shri Raghunath Ji Mandir, Mount Abu

श्री रघुनाथ जी मंदिर माउंट आबू में नक्की झील के पास तक़रीबन 650 साल पुराना मंदिर है, यह मंदिर श्री रघुनाथ जी को समर्पित है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे भगवान विष्णु जी के अवतार थे। और अपने अनुयायियों को सभी प्राकृतिक आपदाओं से बचाते थे और जीवन के दर्द और समस्याओं से मुक्ति दिलाते थे। मंदिर में वैष्णव और धार्मिक प्रवृत्ति वाले यात्री आते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर जीवन के कष्टों और पीड़ाओं से मुक्ति दिलाता है।

11. यूनिवर्सल पीस हॉल – Universal Peace Hall, Mount Abu

यूनिवर्सल पीस हॉल - Universal Peace Hall, Mount Abu
यूनिवर्सल पीस हॉल – Universal Peace Hall, Mount Abu

माउंट आबू के यूनिवर्सल पीस हॉल को ओम शांति भवन के नाम से भी जाना जाता है। ये ब्रह्मा कुमारी आध्यात्मिक विश्वविद्यालय का मुख्य असेंबली हॉल है, जिसका निर्माण सन्न 1983 ईस्वी में किया गया था। इस यूनिवर्सल पीस हॉल में एक साथ 5,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। यूनिवर्सल पीस हॉल को एक सार्वजनिक पर्यटन स्थल घोषित किया गया था जिसके बाद प्रतिदिन 8,000 से अधिक लोग आते हैं।

जब आप यह पे जाओगे तब, ब्रह्माकुमारीज का एक सदस्य आपको समूहों में ले जाएगा और रोजमर्रा के मूल्यों और किसी के जीवन में तनाव के समाधान के बारे में एक इंटरैक्टिव सत्र में शामिल करेगा। वे शास्त्रों और पुराणों के बारे में भी जानकारी देते हैं। किसी के समग्र कल्याण के लिए ध्यान पर जोर दिया जाता है। व्यक्ति अपने मूल्यों, कर्म और जीवनचक्र पर आत्मनिरीक्षण के महत्व को देख सकता है। यूनिवर्सल पीस हॉल भी राज्य योग ध्यान सीखने का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यात्रा के दौरान, कोई व्यक्ति आध्यात्मिकता और ध्यान पर वर्ष भर होने वाले विभिन्न सम्मेलनों, कार्यशालाओं, पाठ्यक्रमों, सेमिनारों में भाग ले सकता है।

12. अर्बुदा देवी (अधर देवी) मंदिर – Adhar Devi Mandir, Mount Abu

अधर देवी मंदिर - Adhar Devi Mandir, Mount Abu
अधर देवी मंदिर – Adhar Devi Mandir, Mount Abu

अर्बुदा देवी मंदिर को माउंट आबू के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। अर्बुदा देवी मंदिर माउंट आबू का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। अर्बुदा देवी को कात्यायनी देवी का अवतार माना जाता है। पौराणिक कथा में ऐसा कहा गया है कि इसी जगह पर माता पार्वती के होंठ गिरे थे, जिसकी वजह से इस मंदिर को अधर शक्तिपीठ भी कहा जाता है।

भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक अर्बुदा देवी टेम्पल का निर्माण बेहद मजबूत चट्टानों से किया गया है। नवरात्री के समय इस मंदिर में श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ रहती है, माता के दर्शन करने के लिए आपको तक़रीबन 365 सीढ़ियों की चढ़ाई करके जाना पड़ता है। भले ही यह आपको सुनने में कठिन लग रहा हो लेकिन यहां पहुंचने के बाद आप का मन यहाँ की सुंदर मूर्तियाँ और दृश्यों को देखने के बाद खुश हो जायेगा।

13. ट्रेवर टैंक माउंट आबू – Travel Tank, Mount Abu

ट्रेवर टैंक माउंट आबू - Travel Tank, Mount Abu
ट्रेवर टैंक माउंट आबू – Travel Tank, Mount Abu

ट्रेवर टैंक प्रकृति प्रेमिओ के लिए एक स्वर्ग है। जिसका नाम एक ब्रिटिश इंजीनियर के नाम पर रखा गया है, जिसने इसे बनाया था।इसे बनाने वाले ब्रिटिश इंजीनियर ट्रेवर, खुद एक प्रकृति प्रेमी था और कहता था की और लोग भी इसका आनंद ले और वो प्रकृति को देखने के लिए एक सुंदर जगह बनाने के लिए समर्पित था।

  1. मानव द्वारा बनाया गया टैंक (इसे बनाने वाले ब्रिटिश इंजीनियर के नाम पर इसे ट्रेवर टैंक कहा जाता है) जिसका उपयोग मगरमच्छों के प्रजनन के लिए किया जाता है।
  2. ट्रेवर टैंक की यात्रा सुरम्य दृश्यों और ढेर सारे दृश्यों की पेशकश करती है। यदि आप ट्रेवर टैंक जाते हैं, तो आपको एक पिकनिक पैक करना चाहिए। यह स्थान पर्यटकों और स्थानीय परिजनों के लिए एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है।
  3. ट्रेवर टैंक में कई उद्देश्य से निर्मित व्यूइंग स्टेशन हैं, जो आपको वन्य जीवन को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का एक अलग अवसर प्रदान करते हैं।
  4. यदि आप सही मौसम के दौरान ट्रेवर टैंक का दौरा करते हैं, तो आप इस क्षेत्र में रहने वाले जंगली काले भालू को देखने के लिए पर्याप्त भाग्यशाली हो सकते हैं।
  5. दुनिया भर से पक्षी प्रेमी ट्रेवर टैंक में घूमने के लिए आते हैं, और यहाँ पक्षियों की बहुत सारी प्रजातियाँ आपको देखने को मिल जायँगी। यदि आप यहाँ ज्यादा समय तक रुकते हैं, तो आप समृद्ध पहाड़ियों और घने जंगल के बीच कबूतर, मोर और तीतर भी देख सकते हैं।

यह भी पढ़े:- माउंट अबू कैसे जाये – How To Reach Mount Abu 

14. गोमुख मंदिर, माउंट आबू – Gaumukh Temple, Mount Abu

गोमुख मंदिर, माउंट आबू - Gaumukh Temple, Mount Abu
गोमुख मंदिर, माउंट आबू – Gaumukh Temple, Mount Abu

गौमुख मंदिर की धार्मिक तीर्थयात्रा करने वाले लोगों द्वारा गाय को एक पवित्र जानवर माना जाता है, और मंदिर के पास आपको एक झरना मिलेगा। जिसके बारे में माना जाता है कि यह एक चट्टान के मुंह से निकला है जिसका आकार गाय के सिर के समान है। इस स्थल पर गाय की एक बड़ी संगमरमर की मूर्ति बनाई गई है। बैल नंदी का प्रतिनिधि है, जो शिव का वाहन था। संगमरमर के बैल के मुँह से पानी की एक धारा बहती है। पास में आपको नंदी, संत वशिष्ठ, भगवान राम और भगवान कृष्ण की मूर्तियाँ मिलेंगी।

माउंट आबू कैसे पहुंचे? ( How To Reach Mount Abu )

ट्रैन द्वारा :- माउंट आबू का निकटम रेलवे स्टेशन “आबू रोड रेलवे स्टेशन” है, और यहाँ से माउंट आबू की दुरी लगभग 28 किमी है। बस द्वारा आप “आबू रोड रेलवे स्टेशन” से “माउंट आबू” एकदम आसानी से पहुंच सकते है।

हवाई जहाज द्वारा :- माउंट आबू का सबसे निकटम हवाईअड्डा “महाराणा प्रताप हवाईअड्डा” है, जो उदयपुर में स्थित है। एयरपोर्ट से माउंट आबू की दुरी लगभग 175 किलोमीटर है। बस या कैब द्वारा आप “महाराणा प्रताप हवाईअड्डा” से “माउंट आबू” आसानी से पहुंच सकते है।

सड़क द्वारा :- राजस्थान का इकलौता हिल स्टेशन होने के कारण “माउंट आबू” सभी छोटे – बड़े शहरो से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। माउंट आबू का सबसे नजदीकी राजमार्ग NH -14 है, जो माउन्ट आबू से लगभग 25 किमी दुरी पर है। सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़े होने के कारण आप सड़क द्वारा माउंट आबू एकदम आसानी से जा सकते है।

माउंट आबू का प्रसिद्ध भोजन ( Famous Food Of Mount Abu )

आइये आज हम आपको माउंट आबू के कुछ प्रसिद्ध भोजनो के बारे में बताते है :-

  • दाल बाटी चूरमा
  • बाजरे का सोगर
  • घेवर
  • गट्टे की खिचड़ी
  • संगरी की सब्जी
  • मूंग दाल का हलवा
  • रबड़ी

माउंट आबू मे क्या प्रसिद्ध है ? ( What is famous in Mount Abu )

“अर्बुदा देवी मंदिर” माउंट आबू के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक मन जाता है। यह मंदिर देवी दुर्गा जी को समर्पित है, और ये मंदिर अरावली की चोटी पर स्थित है। मंदिर तक पहुंचने से पहले भक्तों को बड़ी संख्या में सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।

ट्रेवल टिप्स माउंट आबू  ( Travel Tips Mount Abu )

माउंट आबू में रुकने की जगह ( Place To Stay In Mount Abu )

माउंट आबू घूमने जाने वाले पर्यटकों के लिए माउंट आबू में रुकने की बहुत सारी व्यवस्था है। माउंट आबू में जितने भी पर्यटक स्थल है, उनके आस-पास ही बहुत सारे होटल और धर्मशालाएं बनी हुई है, जहां व्यक्ति आराम से रुक सकता है, और यहां पे होटल का किराया 800 रुपए से 5000 रुपए तक के है, और आप को होटल बहुत ही आराम से मिल जायेंगे।

माउंट आबू में घूमने का सबसे अच्छा समय ( Best time to visit in Mount Abu )

माउंट आबू घूमने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर महीने से फरवरी के बीच है, जब यहां पे मौसम सुहाना होता है। ये महीने दर्शनीय स्थलों की यात्रा और ट्रैकिंग के लिए अच्छे होते हैं, जिनमें औसत तापमान 15-30 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है।

माउंट आबू में घूमने का खर्चा ( Budget To Visit In Mount Abu )

हालांकि, माउंट आबू के प्रसिद्ध जगहों पे घूमने के लिए 3 दिन पर्याप्त होंगे। तो बात करे 3 दिन के बजट ली तो लगभग 6000 रुपए से 8000 रुपए प्रति व्यक्ति आराम से लग जायेंगे, जिसमे रहना , खाना , ट्रांसपोटशन और अन्य सामान्य गतिविधिया शामिल है। ( अगर आप कई लोग ग्रुप में जाते है तो ये प्रति व्यक्ति खर्चा काम भी सकता है। ) अगर आपको शॉपिंग भी करना है, तो उसका बजट अलग से आपको पहले से ही बना के चलना होगा। 

माउंट आबू से क्या खरीदें ? ( What is Buy From Mount Abu )

माउंट आबू से आप सुंदर हस्तशिल्प जैसे कोटा साड़ियाँ, चूड़ियाँ, सांगानेरी प्रिंट के साथ लिनेन, जयपुरी रजाई, और संगमरमर से बानी मुर्तिया , बलुआ पत्थर और चंदन से बने उत्पाद माउंट अबू के बाजारों के मुख्य आकर्षण हैं, जो आप यहां से खरीद सकते है। और आप यहां से हस्तशिल्प की भी वस्तुओ को खरीद सकते है, जो इस समय काफी प्रचलन में है।

माउंट आबू घूमते वक्त साथ में क्या रखें?

अगर आप माउंट आबू मानसून के समय जा रहे है, तो आपने साथ गर्म वस्त्र जरूर रखे और यहां पे बारिस कभी भी हो जाती है, तो इसके लिए आप अपने साथ एक रेन कोट जरूर रखे ।

FAQ’s ( Mount Abu Me Ghumne Ki Jagah )

माउंट आबू में बर्फ गिरती है क्या?

हां, यहां पे बर्फ गिरता है। सामान्यत: यहां दिसंबर के दूसरे सप्ताह से बर्फ गिरना शुरु हो जाता है।

माउंट आबू में होटल का किराया कितना है?

माउंट आबू में होटल का किराया लगभग 800 रुपए से 5000 रुपए तक है।

माउंट आबू कौन से जिले में आता है?

माउंट आबू राजस्थान राज्य के सिरोही ज़िले में स्थित है।

माउंट आबू की ऊंचाई कितनी है?

माउंट आबू की ऊंचाई 1,220m (4,003 फीट) है।

माउंट आबू के लिए कितने दिन पर्याप्त हैं?

माउंट आबू में एकदम अच्छे से घूमने के लिए 3 दिन पर्याप्त है।

निष्कर्ष :- ( Conclusion )

हमने इस पोस्ट में आपको Mount Abu Me Ghumne Ki Jagah ( माउंट आबू में घूमने की जगह ) के बारे में बहुत विस्तृत रूप से बताया है, और माउंट आबू से रिलेटेड सभी प्रकार की जानकारिया दी है। हमे आशा है की आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा। अगर आपको इस पोस्ट से किसी भी प्रकार जानकारी मिली हो तो आप इसे अपने दोस्तों में शेयर भी कर सकते है।

धन्यवाद ………….🙏

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